उत्तर प्रदेश में बुधवार को कई जिलों में हुई बारिश (Uttar Pradesh Monsoon 2025) ने लोगों को गर्मी (Monsoon Relief from Heat) से राहत दी। इससे न केवल उमस से राहत मिली, बल्कि किसानों के चेहरे पर भी खुशी आ गई। यह मौसम कृषि (Kharif Crops Monsoon Impact) को देखते हुए काफी लाभदायक है। हालांकि प्रदेश में कई दिनों से जारी इस बारिश का दौर अब थमने वाला है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक गुरुवार को राज्य के तराई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी की संभावना है। इसके बाद शुक्रवार से अगले कुछ दिनों के लिए पूर्वी एवं पश्चिमी संभागों में मौसम (Uttar Pradesh Monsoon 2025) शुष्क रहने की संभावना है।
उत्तर प्रदेश में मानसून 2025
Uttar Pradesh Monsoon 2025
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार से राज्य में बूंदाबांदी (Rain Forecast Uttar Pradesh,) के धीमे होते ही तापमान बढ़ने लगेगा। इससे गर्मी और उमस अपना रंग दिखाना शुरू कर देगी।
यह भी पढ़ेंः- Top 5 Largest Expressway In India: देश के पांच सबसे बड़े एक्सप्रेसवे, जो यात्रा बनाते फर्राटेदार; उतरते हैं लड़ाकू विमान
उत्तर प्रदेश मौसम अपडेट
Weather Change in UP
अगले पांच दिनों में गर्म और शुष्क पछुआ हवाएं राज्य के तापमान में पांच से छह डिग्री तक की बढ़ोतरी की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, मानसूनी बारिश (First Monsoon Rain in UP) से पहले कुछ दिनों तक जून की गर्मी अपना तेवर दिखाने वाली है।
यह भी पढ़ेंः- Rinku Singh Priya Saroj Engagement: कब और कहां होगी रिंकू सिंह और प्रिया सरोज की सगाई-शादी? जानें कैसे हुआ दोनों का मिलन?
आज का मौसम यूपी
UP Rain Update Today
अतुल कुमार ने बताया कि अगले 24 घंटों तक राज्य के तराई इलाकों समेत क अन्य जिलों में बारिश जारी रहने के संकेत हैं। इसके बाद शुक्रवार से मौसम में बदलाव दिखा। बारिश में कमी होने से मौसम शुष्क होने से तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है।
उत्तर प्रदेश मौसम अपडेट
Monsoon Relief from Heat
मई के अंतिम सप्ताह तक उत्तर प्रदेश के अधिकतर जिलों में तापमान 44 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। लू और तेज धूप के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। स्कूलों में छुट्टियां बढ़ानी पड़ीं। ऐसे में जैसे ही पहली बारिश (Rain Forecast Uttar Pradesh) हुई तो लोगों ने राहत की सांस ली।
लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, झांसी, और मेरठ जैसे शहरों में 4 जून को अच्छी बारिश देखने को मिली। कई जगहों पर गरज-चमक के साथ तेज हवाएं भी चलीं। इससे वातावरण ठंडा हो गया।
बारिश से फसलों को फायदा
Crops benefit from rain
जून में बारिश होने से खरीफ फसलों (Kharif Crops Monsoon Impact) की बुआई शुरू हो जाती है। धान, मक्का, अरहर और मूंगफली जैसी फसलों की बुआई शुरू हो जाती है। इस वर्ष मानसून की समय पर दस्तक ने किसानों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है।
किसानों के लिए मौसम की जानकारी
weather information for farmers
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने संकेत दिया है कि इस बार मानसून (Monsoon Arrival in North India) सामान्य रहेगा और बारिश की मात्रा औसत के आसपास होगी। इससे कृषि उत्पादन में सुधार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
यूपी में जल संकट और बारिश
Water crisis and rain in UP
हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जल संकट गहराता जा रहा था। भूजल स्तर लगातार गिर रहा था। तालाब, नहरें व जलाशय सूखते जा रहे थे। ऐसे में मानसून की बारिश जल स्रोतों को पुनः भरने में मदद करेगी। यह स्थिति पेयजल आपूर्ति, सिंचाई और पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण है।
पर्यावरण पर मानसून का असर… मानसून और वायरल बीमारियां
Effect of monsoon on environmental… Monsoon and viral diseases
मानसून का आगमन न केवल जलवायु को ठंडा करता है, बल्कि वायु की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है। गर्मी में फैले प्रदूषक कण बारिश से धुल जाते हैं। इससे लोगों को सांस संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है। हालांकि, मानसून के साथ जलजनित रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है। जैसे मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड और पेट की बीमारियां। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को भी विशेष सतर्कता बरतनी होगी।