बतकही/दिल्ली; जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा नरसंहार (Pahalgam Terrorist Attack) करने के बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारत के कड़े रुख के बाद गुरुवार को पाकिस्तान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक की। यह बैठक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई। बैठक के बाद पाकिस्तान ने भारत को शिमला समझौता (shimla agreement) स्थगित करने की गीदड़भभकी दी है।
ज्ञात हो कि पहलगाम आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए। हमले के बाद भारत ने कई बड़े फैसले लिए। भारत ने सिंधु जल समझौता स्थगित कर दिया है। इसके अलावा पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा जारी न करने और दूतावास में कर्मचारियों की संख्या कम करने जैसे कदम भी उठाए हैं। इससे पाकिस्तान बौखला गया है।
शिमला समझौता स्थगित करने की धमकी
Threat to postpone Shimla Agreement
24 अप्रैल, दिन गुरुवार को पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक बैठक की। इसमें पाकिस्तान ने भी लगभग वैसे ही कदम उठाए हैं, जो भारत ने उठाए हैं। पाकिस्तान ने शिमला समझौता स्थगित करने की धमकी दी है।
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शिमला समझौता क्या है?
What is Shimla Agreement?
- भारत-पाकिस्तान ने तय किया था कि दोनों देश कोई भी विवाद आपसी बातचीत से सुलझाएंगे। इसमें कोई तीसरा देश या संगठन दखल नहीं देगा।
- कश्मीर में भारत और पाकिस्तान के बीच की नियंत्रण रेखा को कोई भी देश एकतरफा नहीं बदलेगा। दोनों देश इसका सम्मान करेंगे।
- दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ हिंसा, युद्ध या गलत प्रचार नहीं करेंगे। दोनों शांति से रहेंगे और अपने रिश्ते बेहतर बनाएंगे।
- भारत ने युद्धबंदी बनाए गए पाकिस्तान के 90 हजार लोगों रिहा कर दिया। साथ ही कब्जा की गई जमीन भी मुक्त कर दी। पाकिस्तान ने भी कुछ भारतीय सैनिकों को रिहा किया था।
- शिमला समझौते की वजह से कश्मीर का मुद्दा अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नहीं ले जाया जा सका। इसमें भारत की दलील रही है कि कश्मीर का मामला भारत और पाकिस्तान के बीच का है।

(Source- Chat GPT)
शिमला समझौता क्यों हुआ था?
Why was Shimla Agreement signed?
वर्ष 1971 और महीना मार्च का। जब भारत ने सेना के दम पर पूर्वी पाकिस्तान को पाकिस्तान से अलग करके एक नया देश बांग्लादेश स्थापित कर दिया था। पाकिस्तान की सेना ने बांग्लादेश में भारत की सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। उस समय भारत ने करीब 90 हजार लोगों को युद्ध बंदी बना लिया था। इनमें से ज्यादातर सैनिक या अर्धसैनिक बल के जवान थे। भारत ने पश्चिमी पाकिस्तान के करीब पांच हजार वर्ग मील इलाके पर भी कब्जा कर लिया था।
शिमला समझौता कब और कहां हुआ था?
When and where did Shimla Agreement take place?
1971 युद्ध के करीब 16 महीने बाद हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो मिले। दोनों नेताओं ने 02 जुलाई 1972 को एक समझौते पर दस्तखत किए। इस समझौते को ‘शिमला समझौता’ कहा गया।
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शिमला समझौते का क्या महत्व था?
What importance of Shimla Agreement?
शिमला समझौते में भारत-पाकिस्तान ने शांतिपूर्ण तरीके और बातचीत के जरिए अपने मतभेदों का समाधान करने की प्रतिबद्धता जताई थी। इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच शांति बनाए रखना और रिश्तों को अच्छा बनाना था।
पाकिस्तान ने कई बार किया शिमला समझौते का उल्लंघन
Pakistan violated Shimla Agreement several times
पाकिस्तान ने शिमला समझौते का उल्लंघन एक बार नहीं कई बार किया है। समझौते पर दस्तखत करने के बाद भी इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया। पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को अक्सर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाता रहा है। यही नहीं लगातार सीजफायर का भी उल्लंघन करता रहा है। समझौते में बल प्रयोग नहीं करने की बात कहने वाले पाकिस्तान ने 1999 में कारगिल में घुसपैठ की। हालांकि, इस बार भी उसे भारतीय सेना ने मजा चखाया था।
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एक नजर में जान लेते हैं सिंधु जल समझौता क्या था?
What Indus Water Treaty?
- वर्ष 1960 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति अयूब खान के बीच यह समझौता हुआ था।
- इस समझौते में सिंधु बेसिन से बहने वाली 6 नदियों को पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में बांटा गया था।
- पूर्वी हिस्से की नदियों रावी, ब्यास और सतलज के पानी पर भारत का पूरा अधिकार है।
- वहीं, पश्चिमी हिस्से की नदियों सिंधु, चिनाब और झेलम का 20 प्रतिशत पानी भारत रोक सकता है।
- अब करीब 65 साल बाद भारत ने इस समझौते को स्थगित करने की घोषणा कर दी है।

(Source- ChatGPT)
Source;- https://www.jagran.com/news/national-know-what-is-shimla-agreement-indias-response-to-pahalgam-attack-understanding-the-significance-of-the-shimla-agreement-23925051.html