India Pakistan News, operation sindoor, (Source; X-handle, @adgpi)India Pakistan News, operation sindoor, (Source; X-handle, @adgpi)

भारत ने आधिकारिक रूप से पाकिस्तान (India Pakistan News) के कुछ खास ठिकानों को निशाना बनाने की बात स्वीकार की। हाल ही में लीक हुए एक पाकिस्तानी डोजियर में कुछ और नए स्थानों का भी जिक्र सामने आया है, जिन्हें भारत की जवाबी कार्रवाई के तहत चिन्हित किया गया था। इन ठिकानों की खास बात यह है कि वे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाते हैं। चाहे वह आतंकी प्रशिक्षण शिविर हों, सैन्य प्रतिष्ठान हों या फिर हथियारों का भंडारण केंद्र।

भारत-पाकिस्तान संघर्ष (India Pakistan News) के दौरान पाकिस्तान के लीक हुए डोजियर में बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने ब्रह्मोस और अन्य मिसाइलों के जरिए केवल 11 नहीं बल्कि 18 पाकिस्तानी एयरबेस को निशाना बनाया और उन्हें भारी क्षति पहुंचाई।

पाकिस्तान डोजियर लीक

पहले यह जानकारी सामने आई थी कि भारत ने 7 मई और 10 मई को कुछ खास ठिकानों पर हमले किए थे, लेकिन डोजियर में यह भी सामने आया है कि इन घोषित लक्ष्यों के अलावा सात और स्थानों पर भी सटीक हमले (Indian missile strike on Pakistan 2025) किए गए। हैरानी की बात यह है कि इन सात नए ठिकानों का कभी भारतीय सेना की ओर से सार्वजनिक तौर पर जिक्र नहीं किया गया। लेकिन, पाकिस्तान ने इन पर हुए नुकसान को स्वीकार किया है।

पाकिस्तान के एयरबेस पर भारत का हमला

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के ठीक दो हफ्ते बाद, 7 मई की सुबह भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इनमें बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, सियालकोट, भीमबेर, कोटली और मुजफ्फराबाद जैसे इलाके शामिल थे।

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जैश-ए-मोहम्मद ठिकाना बहावलपुर

दक्षिण पंजाब का बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था। जबकि, मुरीदके लश्कर-ए-तैयबा और इसकी शाखा जमात-उद-दावा की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र है। पीओके में स्थित कोटली लंबे समय से आत्मघाती हमलावरों और उग्रवादियों के प्रशिक्षण स्थल के रूप में जाना जाता है।

हिजबुल ठिकाना सियालकोट

गुलपुर जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के घुसपैठ के लिए लॉन्चपैड की तरह इस्तेमाल होता रहा है। सियालकोट के महमूना कैंप को हिजबुल मुजाहिदीन से जोड़ा जाता है। इसके अलावा, पीओके के सवाई क्षेत्र में लश्कर-ए-तैयबा का कैंप सक्रिय था, जबकि सरजाल और बरनाला को आतंकी घुसपैठ के प्रमुख लॉन्चपैड के तौर पर देखा जाता रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर डिटेल्स हिंदी

7 मई को भारत द्वारा चलाए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल के जरिए जवाबी हमला करने की कोशिश की। हालांकि, भारत की अत्याधुनिक हवाई रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को पूरी तरह विफल कर दिया। इसके जवाब में भारत ने पहले लाहौर स्थित पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम (India Pakistan News) को निशाना बनाकर तबाह किया।

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भारत की ब्रह्मोस स्ट्राइक

इसके तुरंत बाद भारत ने सियालकोट एविएशन बेस, पसरूर रडार साइट, चकलाला, मुरीद, रफीकी, चुनियांन, रहीमयार खान और सुक्कूर एयरबेस सहित कुल आठ रणनीतिक ठिकानों पर सटीक जवाबी कार्रवाई की। इन हमलों में पाकिस्तान के तकनीकी प्रतिष्ठान, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, रडार साइट्स और हथियारों के भंडारण केंद्र शामिल थे।

पाकिस्तान की डिफेंस विफलता

इसके बाद भारत ने कूटनीतिक रूप से अहम माने जाने वाले जैकबाबाद, सरगोधा, स्कार्दू और भोलारी में भी सटीक हमले किए। इससे पाकिस्तान के एयर डिफेंस और रडार सिस्टम को गंभीर क्षति पहुंची। नतीजतन, पाकिस्तान का एयरस्पेस लगभग निष्क्रिय हो गया। इस पूरे ऑपरेशन में पाकिस्तान को कुल-13 सैन्य ठिकानों-11 एयरबेस, एक हवाई पट्टी और लाहौर स्थित एयर डिफेंस यूनिट-पर भारी नुकसान उठाना पड़ा।

भारत ने पाकिस्तान के कितने ठिकानों को तबाह किया

पाकिस्तान द्वारा अपनी मीडिया को सौंपे गए डोजियर से यह अहम खुलासा हुआ है कि भारत ने पाकिस्तान के तीन प्रांतों में स्थित सात प्रमुख ठिकानों को भी निशाना बनाया था। डोजियर में बताया गया है कि भारत की इन कार्रवाइयों का मकसद पाकिस्तान की सेना (India Pakistan latest military news) को उकसाना था। जिन स्थानों पर हमले हुए, उनमें खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का पेशावर, सिंध प्रांत के अटक, बहावलनगर, छोर और हैदराबाद, तथा पंजाब प्रांत के गुजरत और झंग शामिल हैं।

पाकिस्तान में भारतीय मिसाइल हमला

हालांकि डोजियर में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि इन शहरों में भारत ने किस प्रकार के सैन्य या रणनीतिक केंद्रों को निशाना (Pakistan airbase attacked by India) बनाया। लेकिन, इनकी भौगोलिक स्थिति और सामरिक महत्व को देखते हुए यह संकेत मिलते हैं कि भारत ने बहुत सोच-समझकर ये लक्ष्य (POK airbase strike by India) चुने थे। यह भी स्पष्ट होता है कि भारत की रणनीति केवल सीमा तक सीमित नहीं रही, बल्कि उसने पाकिस्तान के आंतरिक और गहराई वाले इलाकों में मौजूद संवेदनशील ठिकानों पर भी निशाना साधा।

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पाकिस्तान ने जिन सात नए शहरों पर भारत के हमलों का दावा किया है, वे सभी रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों से जुड़े हुए हैं। इन शहरों में मौजूद केंद्रों पर पहले भी पाकिस्तान की ओर से अलग-अलग समय पर नुकसान की पुष्टि (India Pakistan conflict 2025 update) की गई है।

भारत का पलटवार 2025

उदाहरण के तौर पर 16 मई को पाकिस्तान ने बताया था कि अटक में स्थित उसके नेशनल डिफेंस कॉम्प्लेक्स (एनडीसी) को भारत के ड्रोन हमले का निशाना बनाया गया। यह ठिकाना बेहद अहम माना जाता है, क्योंकि यहां पाकिस्तान अपनी मिसाइलों (Indian Air Force retaliation 2025) को ले जाने वाले वाहनों और अन्य रक्षा उपकरणों को स्टोर करता है।

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पेशावर, खैबर पख्तूनख्वा

यहां पर पेशावर एयरबेस, आर्मी कैंटोनमेंट और हवाई रक्षा इकाइयों के साथ ही कई सैन्य ठिकाने थे। पाकिस्तान के सैन्य आधारभूत ढांचे का संवेदनशील केंद्र भी है।

अटक, पंजाब

अटक जिले में स्थित ‘नेशनल डिफेंस कॉम्प्लेक्स’ पाकिस्तान की बैलिस्टिक मिसाइलों को लाने और ले जाने वाले वाहनों के निर्माण का प्रमुख केंद्र है। इसी क्षेत्र में पाकिस्तान वायु सेना का पीएएफ बेस मिन्हास (कामरा) भी स्थित है, जहां जेएफ-17 थंडर जैसे लड़ाकू विमानों की असेंबली, रखरखाव और परीक्षण की सुविधाएं मौजूद हैं।

इसके अलावा, कामरा शहर में पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स का मुख्यालय भी स्थित है, जो देश के प्रमुख रक्षा कॉन्ट्रैक्टरों में शामिल है। यह संस्थान विदेशी सैन्य विमानों के रखरखाव के साथ-साथ नई रक्षा प्रणालियों के निर्माण का कार्य भी करता है।

बहावलनगर, पंजाब

पाकिस्तान के बहावलनगर में एक महत्वपूर्ण सैन्य छावनी स्थित है, जो क्षेत्रीय स्तर पर सैन्य अभियानों के संचालन में उपयोग होती है। यहां तैनात सैन्य टुकड़ियां विशेष रूप से रेगिस्तानी इलाकों में युद्ध के लिए प्रशिक्षित हैं, जिससे यह इलाका सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बन जाता है।

गुजरत, पंजाब

गुजरत जिले में स्थित खरियान छावनी पाकिस्तान की सबसे बड़ी और प्रमुख सैन्य छावनियों में से एक है। इस छावनी में न केवल सैनिकों के लिए उन्नत प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध हैं, बल्कि कई सैन्य इकाइयों की स्थायी तैनाती भी की गई है, जो इसे एक प्रमुख सैन्य केंद्र बनाती है।

झंग, पंजाब

झंग जिले में पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) का प्रमुख एयरबेस ‘बेस रफीकी’ स्थित है। यह एयरबेस पाकिस्तान वायुसेना के कई स्क्वाड्रन्स का संचालन केंद्र है और रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। भारत ने 10 मई को इस पर हमले की पुष्टि की थी।

हैदराबाद, सिंध

सिंध प्रांत का हैदराबाद शहर एक अहम सैन्य गैरिसन का केंद्र है। यहां पाकिस्तान थल सेना के कई महत्वपूर्ण हथियारों का भंडारण है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में सैन्य प्रशिक्षण केंद्र, भर्ती कार्यालय और अन्य रक्षा से जुड़ी सुविधाएं भी मौजूद हैं।

छोर, सिंध

सिंध के उमरकोट जिले में स्थित छोर पाकिस्तान सेना का ‘डेजर्ट वॉरफेयर स्कूल’ है। यह स्कूल थार के रेगिस्तानी इलाके में स्थित है और यहां सेना को रेगिस्तानी युद्ध तकनीकों का विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है, जो इसे सामरिक रूप से विशिष्ट बनाता है।

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