फ्री राशन योजना; उत्तर प्रदेश में राशन कार्ड से जुड़ी नई और महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। यह मुफ्त राशन लेने वाले हर व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है। मामला अमेठी जिले का है।
अमेठी जिले में मुफ्त अनाज न मिलने या फिर काम राशन मिलने की शिकायतें लगातार आ रही थीं। इस पर पूर्ति विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब सभी राशन कार्डों को धारकों के मोबाइल नंबर से जोड़ा जाएगा। इसके बाद धारकों को अनाज वितरण की सूचना मोबाइल पर मिलने लगेगी।
बढ़ेगी पारदर्शिता
इस नई पहल से न केवल लोगों को मुफ्त अनाज वितरण की समस्यायों से छुटकारा मिलेगा, बल्कि राशन वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता भी बढ़ेगी। अब धारकों को राशन वितरण से संबंधित जानकारी उनके मोबाइल नंबर पर प्राप्त होगी। इसमें विवरण भी होगा कि कौन सा कोटेदार कहां और किस समय अनाज वितरित कर रहा है।
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सत्यापन प्रक्रिया शुरू
इसके अलावा, मुफ्त राशन लेने वाले लाभार्थियों की सूची में से मृतकों, विवाहित बेटियों और अन्य अपात्र लोगों के नामों को हटाने के लिए एक बार फिर से सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस बार का सत्यापन बायोमैट्रिक तकनीक से किया जाएगा। इसमें कोटेदार ई-पास मशीन के जरिए करेंगे। इसमें हर राशन कार्ड में मुखिया के आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर डाला जाएगा।
मोबाइल पर आ जायेगा मैसेज
इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद, वितरण की सूचना अलर्ट के माध्यम से धारकों को प्राप्त होगी। हर माह कोटेदार के यहां राशन वितरण प्रक्रिया पूरी होते ही कार्डधारक के मोबाइल नंबर पर मैसेज चला जाएगा कि उसे किस जगह के कौन से कोटेदार से कब और कितना गेंहू वा चावल मिला है।
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इसके अलावा राशनकार्ड के मुखिया वा लाभार्थी के रिश्ते समेत अन्य संशोधन भी राशनकार्ड धारक सही करा सकेंगे। लाभार्थी किसी भी कोटेदार से ईकेवाईसी बिना पैसा दिए करवा सकते हैं।
ऐसे लोग हैं संदिग्ध
बायोमैट्रिक सत्यापन के समय उन लाभार्थियों को भो अंगूठा लगाने की जरूरत होगी, जिन्होंने लंबे समय से खुद राशन नहीं लिया है। ताकि उनकी पहचान सत्यापित हो सके। हालांकि ऐसे लोगों को पूर्ति विभाग संदिग्ध मान रहा है। उनकी केवाईसी की जा रही है।
सप्लाई इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने बताया कि सभी कोटेदारों को यह प्रक्रिय पूरी करने को निर्देशित किया गया है। सभी को जल्द से जल्द मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करना है।