सुकन्या योजना के तहत लोगों की मदद करने के उद्देश्य को कर्मचारी ने चपत लगा दी। उसने सुकन्या खाताधारकों का पूरा रुपया ही उड़ा दिया। बड़ी बात यह है कि यह सब काम किसी दलाल या बाहरी वाले ने नहीं, बल्कि डाक घर के कर्मचारी ने ही किया है। अब आरोपी डाकपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामला यूपी के फतेहपुर जिले का है। यहां बकेवर थाना क्षेत्र के पधारा स्थित डाकघर के डाकपाल अमन मिश्रा ने बड़ा खेल कर दिया। उसने सुकन्या खताधारकों से पैसे लिए तो लेकिन उनके खाते में जमा करने की बजाय अपना बैंक खाता भरता रहा।
डाक निरीक्षक ने की जांच
मार्च 2024 में खाताधारकों को संदेह होने पर उन्होंने शिकायत की थी। उनका कहना था कि डाकपाल ने फर्जी पासबुक बनाकर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की है। मामला उजगार होने के बाद यह सुनकर लोगों के कान खड़े हो गए। शिकायत पर बिंदकी डाकघर से डाक निरीक्षक शिवम गौतम को जांच सौंपी गई। वह टीम के साथ जांच के लिए पधारा पहुंचे थे।
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जांच के बाद आरोपी डाकपाल अमन मिश्रा को निलंबित कर दिया गया था। उस पर चार लाख 21 हजार 500 रुपये का गबन पकड़ा गया था। इसके बाद डाक निरीक्षक शिवम गौतम ने थाने में तहरीर दी। तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है।
विभाग में जमा न करके गबन कर लिया
डाक निरीक्षक शिवम गौतम ने बताया कि आरोपी अमन मिश्रा ने शाखा डाकघर में उपलब्ध मोहर का दुरुपयोग किया है। उन्होंने अलग-अलग तारीखों में खाताधारकों द्वारा जमा की गई धनराशि को विभागीय लेखा में जमा न करके उसका गबन कर लिया।
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बताया कि खातों की पासबुक में स्वयं प्रविष्टि दर्ज कर दी। इसमें शाखा डाकघर की मोहर छापकर खाताधारकों को दे दिया। थाना अध्यक्ष ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।