वैसे तो ताजनगरी आगरा दुनियाभर में बड़ी-बड़ी ऊंची इमारतों के लिए प्रसिद्ध है। यहां ताजमहल, आगरा किला, अकबर का मकबरा, फतेहपुर सीकरी और एत्माद्दौला समेत न जाने कितने स्मारक हैं, जहां पर्यटकों की भीड़ रहती है। लेकिन, यहां बाह क्षेत्र में चंबल सैंक्चुअरी (Chambal Sanctuary) का प्राकृतिक दृश्य भी देखते बनता है। यहां का सुंदर नजारा और पक्षियों की चहचहाहट मन को सुकून देती है।
हॉर्नबिल पक्षी की प्रजनन स्टोरी
Hornbill Bird Breeding Story
इस लेख में हम चंबल सैंक्चुअरी (Chambal Sanctuary News) के ऐसे ही दृश्यों और एक खास पक्षी ‘हॉर्नबिल’ के बारे में बात करने जा रहे हैं। ‘हॉर्नबिल’ प्रमुख रूप से एशिया, अफ्रीका, मलेशिया आदि देशों में पाया जाता है। लेकिन, इन दिनों इसकी खुट-खुट की आवाज चंबल के घने जंगलों में सुनाई देने लगी है। हॉर्नबिल पक्षी पेड़ की डालियों की खुखाल में अपना घोंसला बनाते हैं। मादा हॉर्नबिल प्रजनन सीजन (जनवरी से अप्रैल) में अपने बच्चों को पालने के लिए तीन महीने तक खुद को घोंसले में कैद रखती है।
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हॉर्नबिल उर्फ धनेश का वैज्ञानिक नाम क्या है
What is scientific name of Hornbill aka Dhanesh
रेंजर उदय प्रताप सिंह अमर उजाला से बातचीत में बताते हैं कि हॉर्नबिल का स्थानीय नाम ‘धनेश’ एवं वैज्ञानिक नाम ‘बूसेरोस बिकोर्निस’ है। हॉर्नबिल चोंच से पेड़ की डाली को खोदकर घोंसला बनाते हैं। मादा हॉर्नबिल खुद को घोंसले के अंदर करके अपने मल और फलों के गूदे से घोंसले को बंद कर देती है।
घोंसले में ही क्यों मर जाती है हॉर्नबिल
Why does hornbill die in nest itself?
भोजन और हवा के लिए एक सुराख खुला छोड़ देती है। नर हॉर्नबिल चोंच से उसे खाना खिलाता है। यदि नर न लौटे तो मादा बच्चों के साथ ही घोंसले में ही मर जाती है। घोंसले में मादा एक या दो अंडे देती है। करीब 38 दिन बाद अंडे से चूजे निकलते हैं। उनके उड़ने लायक होने तक नर हॉर्नबिल ही घोंसले में भोजन पहुंचाता है।
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हॉर्नबिल कहां पाया जाता है
Where is hornbill found
चंबल सफारी जरार के निदेशक आरपी सिंह ने अमर उजाला से बातचीत में बताया कि हॉर्नबिल एशिया, अफ्रीका, मलेशिया आदि देशों के अलावा सफारी और चंबल सैंक्चुअरी (Chambal Sanctuary Latest News) में भी मौजूद है। पर्यटक इनके प्रजनन की कहानी जानकर रोमांचित हुए बिना नहीं रहते हैं।
धनेश का नाम हॉर्नबिल कैसे पड़ा
How did hornbill get its name
हॉर्नबिल दुनिया के सबसे आकर्षक पक्षियों में से एक हैं। सींग के समान इनकी अद्भुत रंग-बिरंगी चोंच और उस पर हड्डियों से बना हेलमेट इसे और आकर्षक बनाता है। हेलमेट जैसी हड्डी की मजबूत बनावट शत्रु पर तेज प्रहार करने में मददगार होती है। इसी खूबी की वजह से इसे ‘हॉर्नबिल’ नाम दिया गया है।
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हॉर्नबिल की लंबाई और वजन कितना होता है
What is length and weight of hornbill
पैनी चोंच इन्हें लड़ने, पंखों को साफ करने, घोंसला बनाने और शिकार को पकड़ने में मदद करती है। मादा नर के मुकाबले छोटे होते हैं। इनकी लंबाई 95-110 सेमी, वजन 2-4 किग्रा और पंख फैलाव 50 सेमी होता है।
प्रकृति का माली किस पक्षी को कहते हैं
Which bird is called gardener of nature
आमतौर पर हॉर्नबिल सर्वभक्षी पक्षी होते हैं। लेकिन, प्रजनन काल में नर पक्षी जंगली फल, आम, फूल, कलियां आदि का गूदा भोजन के रूप में जुटाता है। इस प्रक्रिया में फलों के गिरने से पौधों के अंकुर फूटने की संभावना रहती है। यही वजह है कि हॉर्नबिल को प्रकृति का माली भी कहते हैं।
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