बतकही/प्रयागराज; उत्तर प्रदेश (UP News) के इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) में शनिवार को अजीबोगरीब मुकदमे की सुनवाई हुई। इस केस में फतेहपुर डीएम (Fatehpur DM News) ने जिस व्यक्ति को 2024 में गवाह बताया था। उसकी मौत 2011 में ही हो चुकी थी। उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया था। मामले में याची की ओर से आपत्ति की गई।
सुनवाई के लिए केस जज के सामने पहुंचा तो वह हैरान रह गए। उन्होंने डीएम फतेहपुर से सीधे सवाल किया कि जिस व्यक्ति की मौत 13 साल पहले ही हो गई थी। वह 2024 में निरीक्षण के दौरान मौके पर कैसे मौजूद था? इस पर हाईकोर्ट ने तल्ख टिप्पणी की है।
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मामला तालाब की जमीन पर अतिक्रमण का है
दरअसल, पूरा मामला मंझनपुर गांव के तालाब की जमीन पर अतिक्रमण का है। अतिक्रमण के आरोप में जगदीश शरण सिंह पर जुर्माना लगाया गया। इसको लेकर जगदीश ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। याची ने दावा किया कि उसने किसी भी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा नहीं किया है।
डीएम ने हलफनामे के साथ लेखपाल की मुआयना रिपोर्ट दाखिल की
याची जगदीश शरण सिंह के मुताबिक जिन लोगों ने अतिक्रमण किया है, उन पर प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि, डीएम फतेहपुर (Fatehpur DM News Today) ने हलफनामे के साथ खागा तहसील के लेखपाल की 26 अक्टूबर 2024 की मुआयना रिपोर्ट दाखिल की है। इसमें बताया गया कि गवाह छेदीलाल और मिथुन की मौजूदगी में मौका मुआयना किया गया। इसमें पाया गया कि याची ने सरकारी तालाब की जमीन पर कब्जा किया है।
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हाईकोर्ट ने मुआयना रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी तलब की
इसके जवाब में जगदीश के अधिवक्ता जगदीश सिंह बुंदेला ने हाईकोर्ट में छेदीलाल का मृत्यु प्रमाण पत्र दाखिल कर दिया। इसमें बताया कि डीएम जिस छेदीलाल को गवाह बता रहे हैं, उसकी मौत 20 अप्रैल 2011 को ही हो चुकी है। जबकि दूसरा गवाह मिथुन सिंह मंझनपुर गांव का निवासी ही नहीं है। इन तथ्यों के खुलासे पर हाईकोर्ट ने हैरानी जताई। एक पल के लिए तो हाईकोर्ट के अंदर सन्नाटा छा गया। इसके बाद हाईकोर्ट ने डीएम और लेखपाल से मुआयना रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया से जुड़ी पूरी जानकारी तलब की।
मृत व्यक्ति को भूमि निरीक्षण का गवाह बनाकर दर्शाया गया
केस की सुनवाई के दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति से जुड़ा विवाद नहीं है। बल्कि, यह पूरे सरकारी तंत्र की ईमानदारी और जवाबदेही पर सवाल खड़ा कर रहा है। मृत व्यक्ति को भूमि निरीक्षण का गवाह बनाकर दर्शाया गया। यह बात सरकारी व्यवस्था में गहराई तक फैले भ्रष्टाचार और कागजी हेरफेर का प्रमाण है।
Source:- https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/allahabad/high-court-asked-dm-fatehpur-should-tell-how-was-the-deceased-present-during-the-spot-inspection-2025-04-26